क्यूँ...

Sunday, October 23, 2011




सच्ची वफ़ा लिए हम तो मोहब्बत कर रहें थें,
आपकी नज़रों में शायद खता कर रहें थें.
आप रूठ कर बैठें हैं हम से, मनायें भी तो कैसे,
हमें तो ये भी ख़बर नहीं, क्यूँ रूठें हैं आप हम से.

कैसे बताएं हम आपको,
आपकी फिक्र में दिल मेरा भी रोया है,
रोते दिल से आप के लिए हमेशा दुआ निकला है.

आते जाते जब भी कभी आपसे मुलाकात हुई,
आप ने सिर्फ सिक्बे शिकायतों के दौड़ ही छेडें,
खामोखां गिला आप हमसे क्यूँ कर रहीं हैं?

देखते ही आप हमसे दूर क्यूँ भाग जातीं हैं,
नज़रों को किसी और दिशा में क्यूँ मोड़ लेतीं हैं,
बे बजाह आप हमारे दिल को क्यूँ सता रहीं हैं?




Some of the Urdu words & their meaning:-

  • वफ़ा - Fulfilling a promise
  • खता - Mistake

0 comments:

Post a Comment